करीना के पैरों को अमिताभ बच्चन ने जब धोया


अमिताभ बच्चन अपने ब्लॉग में अक्सर उन घटनाओं को अपने प्रशंसकों के साथ बांटते हैं जिनके बारे में केवल वे ही जानते हैं। इन दिनों वे भोपाल में सत्याग्रह फिल्म की ‍शूटिंग कर रहे हैं जिसका निर्देशन प्रकाश झा कर रहे हैं। इस फिल्म में अमिताभ के साथ अजय देवगन, मनोज बाजपेयी, अर्जुन रामपाल के अलावा करीना कपूर भी हैं और करीना को लेकर ही एक मजेदार किस्सा अमिताभ ने बताया है। 
अमिताभ ने उन दिनों को याद किया है जब वे करीना के पिता रणधीर कपूर के साथ रमेश बहल की‍ फिल्म ‘पुकार’ की शूटिंग कर रहे थे। एक दिन सेट पर नन्ही करीना भी मौजूद थी। उस दिन अमिताभ और रणधीर पर फाइट सीन फिल्माया जा रहा था जिसमें रणधीर की अमिताभ जम कर पिटाई करते हैं।  
अमिताभ लिखते हैं कि रणधीर की पिटाई देख करीना बुरी तरह घबरा गई और शॉट पूरा होते ही रणधीर से लिपट गई। उनकी आंखों में आंसू थे और वे बेहद घबरा गई थीं। यह देख अमिताभ ने नन्ही करीना को अपने पास बुलाया। करीना के पैरों में रेत लगी हुई थी। अमिताभ ने पानी बुलवा कर करीना के पैर को धोया।

अमिताभ के मुताबिक करीना को भी यह घटना आज तक याद है।
 

बिपाशा हमेशा कसे हुए कपड़े पहनती

बिपाशा बसु को उनके पहनावे पर उंगली उठाने वाली तथाकथित फैशन पुलिस से सख्त नफरत है. उनका कहना है कि वह फैशन नियमों का पालन करने वालों में से नहीं हैं.
34 वर्षीया बिपाशा बुधवार को यहां प्रोमार्ट के नए ब्रांड का उद्घाटन कर रही थीं. उन्होंने कहा, 'लिबास आरामदेह लगने चाहिए. कई बार तथाकथित फैशन पुलिस कहती है बिपाशा हमेशा कसे हुए कपड़े पहनती है. हां मैं पहनती हूं तो क्या हुआ.'
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि फैशन का मतलब है आपको जो अच्छा लगता है वो पहनो. मैं फैशन के नियमों का पालन नहीं करती, ऐसा नहीं है कि बाजार में जो भी नया आया है वो ही मुझे पहनना है. अगर मुझे पसंद आता है तो पहनूंगी लेकिन ये मेरे लिए जीवन मरण की बात नहीं है.'
बिपाशा जल्द ही सुपर्ण वर्मा की 'आत्मा' में दिखेंगी जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी हैं. यह फिल्म 22 मार्च को रिलीज होगी.
बात ज्यादा पुरानी नहीं है जब बिपाशा बसु और दक्षिण भारतीय हीरो राणा दग्गुबाती की नजदीकियों के लगातार चर्चे सुनने को मिले थे, लेकिन अब हालात इतने बदल चुके हैं कि प्यार तो दूर दोनों के बीच की दोस्ती भी खत्म हो गई है और बातचीत भी बंद है।  बिपाशा से जुड़े इस बात से इंकार करते हैं कि दोनों के बीच रोमांस जैसा कुछ था। उनके मुताबिक फिल्म ‘दम मारो दम’ के लिए किया गया यह पब्लिसिटी स्टंट था, जो फिल्म के रिलीज और पिटने के साथ ही खत्म हो गया। हां, ये बात जरूर है कि दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी और अक्सर वे डिनर लेने के लिए रेस्तरां साथ जाते थे।

दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि बिपाशा और राणा के बीच बात दोस्ती से आगे बढ़ गई थी। बिपाशा का अपने प्रेमी जॉन अब्राहम से ब्रेकअप हुआ था और उन्हें उस समय भावनात्मक सहारा चाहिए था जो राणा से उन्हें मिला, लेकिन राणा ने बिपाशा का उपयोग केवल बॉलीवुड में अपने पैर जमाने के लिए किया।

बिपाशा से नजदीकियों के कारण राणा तेजी से लोकप्रिय हो गए और कुछ हिंदी फिल्में उन्हें मिल गई। काम निकलते ही उन्होंने त्रिशा से नजदीकियां बढ़ाई, जिससे बिपाशा काफी आहत हुई और उन्होंने राणा से सारे संबंध खत्म कर लिए।


और भी..

'ब्लेड रनर' बना किलर?

दक्षिण अफ्रीका के विख्यात ओलंपिक एथलीट ऑस्कर पिस्टोरियस पर अपनी प्रेमिका रीवा स्टीनकैंप की हत्या का आरोप है। ऑस्कर पिक्टोरियस की गर्ल फ्रैंड रीवा स्टीनकैंप एक सफल मॉडल थीं।
पिस्टोरियस ने अपनी सफाई में पुलिस से कहा था कि उन्होंने रीवा को चोर समझकर गोली चलाई थी। दोनों पैरों से विकलांग पिस्टोरियस ने वेलेंटाइंस डे की सुबह अपनी प्रेमिका पर गोली चलाई थी। 
पिस्टोरियस गुरुवार से ही पुलिस हिरासत में हैं। पिस्टोरियस को लोग 'ब्लेड रनर' के नाम से भी जानते हैं। पिस्टोरियस पर अपनी गर्ल फ्रैंड को गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। 

बलात्कारियों को मौत की सजा और आजावीन कारावास भी

नई दिल्ली। आखिरकार एक बड़ा कदम उठा जिसे बदलाव के दृष्टिकोण से देखा जा सकता है। रेप कानून में बदलाव को कैबिनेट ने अपनी हरी झंडी दे दी है। अब बलात्कार के आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी। महिलाओं सुरक्षा को लेकर बनी जस्टिस वर्मा कमेटी की सिफारिशों के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है। इसमें जघन्य और क्रूर मामलों में अब बलात्कारियों को मौत की सजा और आजावीन कारावास भी हो सकता है। ये अध्यादेश आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास भेजा जाएगा। सरकार की ओर से उम्मीद जतायी गयी है कि इस सख्त कानून के बदौलत देश की बहन-बेटियां सुरक्षित रहेंगी। हालांकि सरकार ने ने जस्टिस वर्मा की सिफारिशों पर चर्चा जरूर की लेकिन उन्हें माना नहीं क्योंकि इस समिति ने प्रशासनिक सुधारों की सिफारिश की थी पर बलात्कारियों को फांसी देने से इनकार कर दिया था। आईये आपको बताते हैं कि सिफारिशें क्या थीं

1. बलात्कार को हम जघन्य अपराध घोषित नहीं कर सकते हैं इसलिए इसमें फांसी की सजा नहीं हो सकती है।
2.अगर पीड़ित की रेप के बाद हत्या हो जाती है या फिर सामान्य जीवन बीताने के लायक नहीं रहता है तो इस केस में सजा उम्रकैद होनी चाहिए।
3. छेड़छाड़, यौन इरादे से छूना, पीछा करना भी यौन अपराध है। जिसमें सजा तीन से पांच साल होनी चाहिए।

4. रेप पीड़ित की आसानी से मेडिकल जांच हो पाये।
5. कश्मीर, सैनिक जैसे लोग अगर यौन अपराध और रेप जैसे मामलों में लिप्त पाये जाते हैं तो इनकी सुनवाई भी आम कोर्ट में होनी चाहिए।
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

RECENT NEWS